निवेश का प्रबंधन करने की ये एक कंजर्वेटिव रणनीति है, जिसके कारण ब्याज दरों में बदलाव होने का संभावित रिस्क कम हो जाता है.
म्युनिसिपल बॉन्ड का ट्रेड प्राइमरी व सेकेंडरी दोनों मार्केट में होता है. प्राइमरी में नए बॉन्ड जारी होते हैं, सेकेंडरी में बॉन्डों का व्यापार होता है.
सेकेंडरी बॉन्ड मार्केट में निवेश से अधिक रिटर्न कमाने के लिए सिक्योर्ड बॉन्ड का चयन करने के साथ साथ सही रणनीति चुननी भी जरूरी है.
बॉन्ड में एक हद तक रिटर्न मिलने की आशा रहती है. लेकिन, कुछ ऐसे पहलू हैं जिन पर आपको बॉन्ड खरीदने से पहले विचार कर लेना चाहिए.
RBI ने बॉन्ड के लिए नइ विंडो शुरु की है, वहीं SEBI ने पब्लिक डेट इश्यू की साइज कम कर दी है, जिससे रिटेल इंवेस्टर के लिए अब तक बंद दरवाजे खुल जाएंगे.
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Investments: बाजार में 1,735 म्यूचुअल फंड स्कीमें हैं जिनमें निवेशक अपने लक्ष्य और रिस्क लेने की क्षमता के मुताबिक निवेश कर सकते हैं.